कमज़ोर ही जायेंगे,*
*आप बिना धन-संपदा के आये थे*
*आप बिना धन-संपदा के ही जायेंगे,*
*आपको पहला स्नान भी आपने स्वंय नहीं किया*
*आपका अंतिम स्नान भी आप स्वंय नहीं कर पायेंगे,*
*👉यही सच्चाई है*
*फिर किस बात का इतना अभिमान?*
*किस बात की इतनी नफरत*
*किस बात की इतनी दुर्भावना*
*किस बात की इतनी खुदगर्ज़ी*
*इस धरती पर हमारे लिए बहुत ही सीमित समय है !!*
💐🌷💐
वाह गीता का स्मरण करा दिया मित्र 👌
मित्र देखना आप जो युद्ध मैं बना रहेंगा विजय ज़रूर होगा
👍 जे बात छा गए गुरु
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कहाँ से हो रविंद्र भैया
Ek pal theher kar ye sabhi padh lo... Satya vaani hai.. 🙏
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